उस प्रसाद तुल्य सृजन को कृत कृत धन्य हो जाओ ना।। उस प्रसाद तुल्य सृजन को कृत कृत धन्य हो जाओ ना।।
किसी की आवाज सुनकर बेवजह परेशान हो गया है। किसी की आवाज सुनकर बेवजह परेशान हो गया है।
मति गई क्यों मारी तेरी मेरी इक जिंदगी। मति गई क्यों मारी तेरी मेरी इक जिंदगी।
वास्तविकताएँ सारी पता है फिर भी बह जाता है ऐसे जजबात है ये। वास्तविकताएँ सारी पता है फिर भी बह जाता है ऐसे जजबात है ये।